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नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को आतंकवाद और भारत की स्थिति पर अपनी बात रखी। पीएम मोदी ने मौजूदा समय में आतंकवाद और करीब डेढ़ दशक के पहले की स्थिति की तुलना की। पीएम मोदी ने कहा कि अब आतंकवादी अपने घरों में भी खुद को सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं, जबकि पिछली सरकारों के समय आतंकवाद के कारण लोग असुरक्षित महसूस करते थे। पीएम मोदी ने भले ही किसी का नाम नहीं लिया हो लेकिन आतंकियों के घरों का जिक्र कर निशाना निश्चित रूप से पाकिस्तान ही था। भारत वैश्विक मंचों पर कई बार पाकिस्तान की आतंकियों को पनाह देने की नीति को दुनिया के सामने रख चुका है।'अब समय बदल गया...'
दिल्ली में एचटी लीडरशिप समिट को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि समय बदल गया है। मोदी ने कहा कि उन्होंने कार्यक्रम में आयोजित एक प्रदर्शनी में 26/11 मुंबई आतंकवादी हमले पर रिपोर्ट देखीं। उन्होंने कहा कि उस समय आतंकवाद के कारण भारत के लोग असुरक्षित महसूस करते थे, लेकिन अब समय बदल गया है और अब आतंकवादी अपने घरों में भी खुद को सुरक्षित महसूस नहीं कर पा रहे हैं।
कश्मीर में हिंसा की जगह रिकॉर्ड मतदान की खबरें
प्रधानमंत्री ने कहा कि प्रदर्शनी में उन्होंने कश्मीर का भारत में विलय की पुरानी खबरें देखीं और उन्हें वैसा ही उत्साह महसूस हुआ जैसा देश के लोगों ने अक्टूबर 1947 में महसूस किया था। उन्होंने कहा कि उस क्षण मुझे एहसास हुआ कि कैसे अनिर्णय की स्थितियों ने सात दशक तक कश्मीर को हिंसा में घेर कर रखा। मोदी ने कहा कि यह खुशी की बात है कि हाल ही में जम्मू-कश्मीर में हुए चुनावों में रिकॉर्ड मतदान की खबरें अखबारों में छप रही हैं।
बोडोलैंड महोत्सव का जिक्र
यहां शुक्रवार को आयोजित प्रथम बोडोलैंड महोत्सव का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यह एक बड़ी उपलब्धि है कि युवा और लोग पांच दशक के बाद हिंसा छोड़ चुके हैं। दिल्ली में एक सांस्कृतिक कार्यक्रम में शामिल हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि 2020 के बोडो शांति समझौते के बाद लोगों का जीवन बदल गया है।
(एजेंसी इनपुट के साथ)
'अब समय बदल गया...'
दिल्ली में एचटी लीडरशिप समिट को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि समय बदल गया है। मोदी ने कहा कि उन्होंने कार्यक्रम में आयोजित एक प्रदर्शनी में 26/11 मुंबई आतंकवादी हमले पर रिपोर्ट देखीं। उन्होंने कहा कि उस समय आतंकवाद के कारण भारत के लोग असुरक्षित महसूस करते थे, लेकिन अब समय बदल गया है और अब आतंकवादी अपने घरों में भी खुद को सुरक्षित महसूस नहीं कर पा रहे हैं।वह समय था जब पड़ोसी देशों में आतंकवादी गतिविधियों के कारण हमारे लोग अपने घरों और शहरों में भी असुरक्षित रहते थे, लेकिन अब स्थिति बदल गई है। अब वहां के आतंकवादी ही अपने घरों में सुरक्षित नहीं हैं।
कश्मीर में हिंसा की जगह रिकॉर्ड मतदान की खबरें
प्रधानमंत्री ने कहा कि प्रदर्शनी में उन्होंने कश्मीर का भारत में विलय की पुरानी खबरें देखीं और उन्हें वैसा ही उत्साह महसूस हुआ जैसा देश के लोगों ने अक्टूबर 1947 में महसूस किया था। उन्होंने कहा कि उस क्षण मुझे एहसास हुआ कि कैसे अनिर्णय की स्थितियों ने सात दशक तक कश्मीर को हिंसा में घेर कर रखा। मोदी ने कहा कि यह खुशी की बात है कि हाल ही में जम्मू-कश्मीर में हुए चुनावों में रिकॉर्ड मतदान की खबरें अखबारों में छप रही हैं।बोडोलैंड महोत्सव का जिक्र
यहां शुक्रवार को आयोजित प्रथम बोडोलैंड महोत्सव का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यह एक बड़ी उपलब्धि है कि युवा और लोग पांच दशक के बाद हिंसा छोड़ चुके हैं। दिल्ली में एक सांस्कृतिक कार्यक्रम में शामिल हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि 2020 के बोडो शांति समझौते के बाद लोगों का जीवन बदल गया है।(एजेंसी इनपुट के साथ)
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